फ़ार्म्स समुद्रतट्या आकदेवरी पीआर, उषा ठाकुर यांच्या नेतृत्वदाखाली महाविकास अघाडीच्या काळाट, कोविड लॉकडाउन दरमियान, महाराष्ट्रात महिला अत्याचारंच्या दारोज़ सारासरी 109 घटना नोंदवलिया जात होत्या। आजही महिलानवेरियल ट्रोकिआच्या घटना में कमी झलेया नहीं, नविन एकडेवेरु हे दिसुन येत आहे।
लॉकडाउन में महिलाविरुद्ध अत्याचारी घटना में मृत्यु झाली होती है। 2020 महाराष्ट्र में लॉक डाउन की 31,701 महिला अत्याचार घटना घडलिया। प्रतिदिन 88 महिला अत्याचारी बळी होतया। मार्च, 2021 में लगभग 39,266 वर्ष की देरी हुई। दारोज़ महिला अत्याचारच्या 109 घटना नोंदवाल्या गेल्या।
महायुति सरकार का काळात जानेवारी ते जून 2022 या महाविकास आघाडीच्य का काळाट प्रतिदिन 126 महिला अत्याचारी घटना नन्दवाल्या गेल्या। तर, जुलाई ते दिसंबर 2022 या महायुति सरकारच्या काळात ही संख्या किंचित कमी हुन 116 वर्ष अली। मार्च, 2023 में ही सारी सारी पुन्हा 126 साल की उम्र में, राज्य की सबसे बड़ी महिला सुरक्षा स्थिति अजूनी गंभीर है।
पॉक्सो के अंतर्गत गुन्ह्यांमध्ये वाढ विशेष अल्पवयिन मुलीवेरील ट्रेटांच्या (पॉक्सो कलम 12) गुन्ह्यांमध्ये मोथी वाढ दिसून अली आहे। 2021 पासून हे गुन्हे 249 वर गेले आसुन, 2022 मध्य ते 332 वर पोहोचले आहेत।
मुंबई स्थित एकडेवेरी डिज़ाइन कंपनी है। मुंबई 2023 मध्य पॉक्सो अंडर रेपाचाच्या गुन्ह्यां मध्ये काहि प्रमाण घट झाली आहे। 2020 मध्ये 445 बलात्कारच्या घटना नन्दल्या गेल्या होत्या, 2021 मध्ये हा आकाडा 524 वर गेला हुआ। 2023 में एक सप्ताह से अधिक की कमी हुई है 590 वर्ष से अधिक। गुन्ह्यांची वाढती एकदेवरी पाहिली असता महिला सुरक्षेसती कठोर पावले उचलाने गेरेचे असल्याचे दिसत आहे.