बाघों की फैलती गतिविधियों का अध्ययन करने के लिए चार युवा नर बाघों को नियुक्त किया गया टाइगर्स ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व में रेडियो कॉलर लगाए गए।
ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व (टीएटीआर) के फील्ड डायरेक्टर डॉ. जितेंद्र रामगांवकर ने कहा, “टीएटीआर ने भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के साथ मिलकर 18 से 30 महीने की उम्र के कुल चार नर बाघों को रेडियो कॉलर लगाया है। अध्ययन का उद्देश्य इन युवा बाघों की फैलाव गतिविधि को समझना और यह देखना है कि वे किस वन्यजीव गलियारों का उपयोग करते हैं, रेडियो कॉलरिंग अध्ययन के नतीजे हमें न केवल उनके आंदोलन पैटर्न और गलियारों को समझने में मदद करेंगे बल्कि बेहतर संरक्षण की योजना बनाने में भी मदद करेंगे। रणनीतियाँ।”
वन विभाग के अधिकारी, वन्य जीवन कॉलरिंग के दौरान शोधकर्ता, टीएटीआर फील्ड स्टाफ, डब्ल्यूआईआई के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बिलाल हबीब, टीएटीआर के पशुचिकित्सक डॉ. रविकांत खोबरागड़े उपस्थित थे।