30 सितंबर, 2024 09:40 पूर्वाह्न IST
चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद सेबी ने आज अपनी पहली बैठक बुलाई है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) बोर्ड आज (30 सितंबर) बैठक बुलाने वाला है। अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग द्वारा सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के खिलाफ आरोप लगाए जाने के बाद यह पहली बैठक है। सेबी बोर्ड में चार पूर्णकालिक सदस्य और तीन अंशकालिक सदस्य हैं।
हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने ऑफशोर फंड में निवेश किया था, जो गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी द्वारा नियंत्रित थे। शॉर्ट सेलर ने पहले आरोप लगाया था कि अडानी समूह ने फंड में हेराफेरी की और भारत में अपनी सूचीबद्ध कंपनियों के स्टॉक की कीमतें बढ़ा दीं। नियामक ने समूह के खिलाफ आरोपों की जांच की और उसे क्लीन चिट दे दी।
माधबी पुरी बुच और उनके पति ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि उन्होंने सेबी के सभी खुलासों का पालन किया है। यह बैठक तब हुई है जब सेबी के लगभग 500 कर्मचारियों ने वित्त मंत्रालय को पत्र लिखकर कहा था कि नियामक पर अत्यधिक दबाव है, जिसके परिणामस्वरूप “तनावपूर्ण और विषाक्त कार्य वातावरण” हो गया है।
सेबी ने कहा कि गैर-पेशेवर कार्य संस्कृति के दावे गलत हैं और कुछ “बाहरी तत्वों” ने कर्मचारी को उकसाया है। बाद में नियामक ने यह कहते हुए अपनी टिप्पणियाँ वापस ले लीं कि मुद्दों को “सौहार्दपूर्ण और आंतरिक रूप से” संबोधित किया जाएगा।
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