आईआईएम-अहमदाबाद के एमबीए (कार्यकारी पाठ्यक्रम) में स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्यूटिकल्स और ऊर्जा क्षेत्रों में प्लेसमेंट में वृद्धि देखी गई।
आईआईएम-अहमदाबाद के एक वर्षीय एमबीए प्रोग्राम फॉर एग्जीक्यूटिव्स (पीजीपीएक्स) के स्नातकों को इस वर्ष चुनौतियों का सामना करना पड़ा, क्योंकि यहां पर अधिकतम कमाई की संभावना (एमईपी) सबसे अधिक थी। ₹54.8 लाख प्रति वर्ष, छह साल के निचले स्तर पर था। अब तक का सबसे अधिक एमईपी ₹पिछले वर्ष 1.08 करोड़ दर्ज किया गया था। ₹2023 में 33 लाख से ₹2024 में 35 लाख रु.
147 छात्रों में से 126 ने प्लेसमेंट का विकल्प चुना और 121 ने ऑफर स्वीकार किए। पांच छात्रों को नौकरी नहीं मिली- 2020 के बाद से यह दूसरा मामला है जब पांच छात्रों को उनके मनपसंद ऑफर नहीं मिले। आईआईएम-ए के पीजीपीएक्स कार्यक्रम के लिए भारतीय प्लेसमेंट रिपोर्टिंग मानकों (आईपीआरएस) रिपोर्ट के माध्यम से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार कुल 105 भर्तीकर्ताओं ने प्लेसमेंट में भाग लिया, जिनमें से 67 पहली बार भर्ती करने वाले थे।
प्लेसमेंट के लिए सबसे आगे कंसल्टिंग सेक्टर रहा, जिसमें 26 ऑफर आए, इसके बाद आईटी कंसल्टिंग में 16, बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं में 13 और आईटी समाधान और फार्मास्युटिकल/हेल्थकेयर सेक्टर में 12-12 ऑफर आए। फार्मास्युटिकल/हेल्थकेयर सेक्टर और ऊर्जा सेक्टर में प्लेसमेंट में बढ़ोतरी देखी गई।
प्लेसमेंट समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर विश्वनाथ पिंगली ने कहा, “स्वास्थ्य सेवा और फार्मास्यूटिकल्स तथा ऊर्जा को अक्षय ऊर्जा और ईवी के साथ उभरते क्षेत्रों के रूप में देखा जा सकता है।”
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